'लगे भोग , कटे रोग । समर्पण भाव से अन्न – जल ग्रहण किया जाए तो रोगों से बचा जा सकता है । इस वीडियो मे अन्न प्रसाद का भोग लगाने से पहले और बाद की शुभ ऊर्जा का स्तर चौकाने वाला है । हमारी सनातन परंपरा मे भगवान, अतिथि जीव मात्र का भाग निकालकर अन्न – जल ग्रहण किया जाता है । वह अन्न – जल कितना पवित्र ऊर्जामय अमृत हो जाता है , वही यहां पर बताने का प्रयास किया गया है । यू ट्यूब चेनल RAJESHWAR PRASAD को subscribe share and like करें उसमें येसी अनेक महत्वपूर्ण जानकारी का नोटिफ़िकेशन आप को मिलता रहेगा | CONTACT : PT R P POKHARIYAL ASTROLOGER, ENERGY VASTU CONSULTANT, CHAKRAS HEALER & PUROHIT MOB: 9811121267 FACEBOOK PAGE: INDIAN VEDIC CULTURE AND RITUALS EMAIL: raj1962om@gmail.com'
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